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⇐पितृदोष से होने वाली हानिया By वनिता कासनियां पंजाब यदि किसी जातक की कुंडली मे पित्रृदोष होता है तो उसे अनेक प्रकार की परेशानियां, हानियां उठानी पडती है। जो लोग अपने पितरों के लिए तर्पण एवं श्राद्ध नहीं करते, उन्हे राक्षस, भूत-प्रेत, पिशाच, डाकिनी-शाकिनी, ब्रहमराक्षस आदि विभिन्न प्रकार से पीडित करते रहते है।घर में कलह, अशांति रहती है।रोग-पीडाएं पीछा नहीं छोडती है।घर में आपसी मतभेद बने रहते है।कार्यों में अनेक प्रकार की बाधाएं उत्पन्न हो जाती है।अकाल मृत्यु का भय बना रहता है।संकट, अनहोनीयां, अमंगल की आशंका बनी रहती है।संतान की प्राप्ति में विलंब होता है।घर में धन का अभाव भी रहता है।अनेक प्रकार के महादुखों का सामना करना पडता है।

पितृदोष से होने वाली हानिया
By वनिता कासनियां पंजाब

यदि किसी जातक की कुंडली मे पित्रृदोष होता है तो उसे अनेक प्रकार की परेशानियां, हानियां उठानी पडती है। जो लोग अपने पितरों के लिए तर्पण एवं श्राद्ध नहीं करते, उन्हे राक्षस, भूत-प्रेत, पिशाच, डाकिनी-शाकिनी, ब्रहमराक्षस आदि विभिन्न प्रकार से पीडित करते रहते है।
  1. घर में कलह, अशांति रहती है।
  2. रोग-पीडाएं पीछा नहीं छोडती है।
  3. घर में आपसी मतभेद बने रहते है।
  4. कार्यों में अनेक प्रकार की बाधाएं उत्पन्न हो जाती है।
  5. अकाल मृत्यु का भय बना रहता है।
  6. संकट, अनहोनीयां, अमंगल की आशंका बनी रहती है।
  7. संतान की प्राप्ति में विलंब होता है।
  8. घर में धन का अभाव भी रहता है।
  9. अनेक प्रकार के महादुखों का सामना करना पडता है।

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